राशियाँ राशिचक्र के उन बारह बराबर भागों को कहा जाता है जिन पर ज्योतिषी आधारित है। हर राशि सूरज के क्रांतिवृत्त (ऍक्लिप्टिक) पर आने वाले एक तारामंडल से सम्बन्ध रखती है और उन दोनों का एक ही नाम होता है – जैसे की मिथुन राशि और मिथुन तारामंडल। यह बारह राशियां हैं –
इन राशि वाले लोगों पर महादेव की अपार कृपा बनी रहेगी, परिवार के सदस्यों के साथ आपके रिश्तें बेहतर होंगे, कार्यस्थल पर लोगों का सहयोग मिलने से आपका कार्य समय रहते पूरा हो जाएगा जिससे आपको खुशी महसूस होगी, आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, आपकी आय और पद में बढ़ोतरी होने की पूरी सम्भावना है, व्यापार में उन्नति नौकरी में पदोन्नति एवं शासन सत्ता का पूर्ण सुख मिलेगा।
उच्चाधिकारियों से मधुर संबंध बने रहेंगे, कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान मिलेगा और सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी, भाग्य उन्नति के साथ-साथ काम धंधे में नए अनुबंध की प्राप्ति के योग हैं, संतान के दायित्व की पूर्ति होगी, मध्य में रुके हुए कार्य बनेंगे, शादी विवाह से संबंधित वार्ता सफल रहेगी, प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी, भौतिक और घरेलु सुखों की प्राप्ति होगी, अचानक रुके हुए धन की प्राप्ति संभव है।
पुराने वाद-विवाद और कर्जों से छुटकारा मिलेगा, सगे-संबंधियों से कोई शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है, जीवनसाथी का भरपूर सहयोग और प्यार मिलेगा, सामाजिक हित में किए गए कार्य लाभ पहुंचाएंगे, माता-पिता का सहयोग बना रहेगा, आपकी संतान को करियर के क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया जा सकता है, जिससे आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा।
वह 4 राशियां कर्क, वृषभ, धनु और तुला राशि है,