- सीनियर वकील का ट्वीट- मैं आशा देवी का दर्द समझती हूं, मगर मौत की सजा के खिलाफ हूं
- ‘आशा देवी भी सोनिया गांधी का अनुसरण करें, जिन्होंने नलिनी को माफ कर दिया’
- नलिनी को 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या में शामिल होने पर मौत की सजा मिली थी.
वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से अपील की है कि वे 2012 में निर्भया से गैंगरेप और हत्या के दोषियों को माफ कर दें। उनके लिए मौत की सजा न मांगें। दरअसल, निर्भया की मां आशा देवी ने शुक्रवार को दिल्ली कोर्ट द्वारा निर्भया के दोषियों के डेथ वॉरंट की तारीख आगे बढ़ाए जाने के मामले में नाराजगी जाहिर किया था। उन्होंने कहा था कि जो लोग 2012 में महिला सुरक्षा के नारे लगाकर रैलियां कर रहे थे, वहीलोग आज राजनीतिक फायदेके लिए दोषियों को सजा दिलवाने के मामले में देरी कर रहे हैं।
इस परइंदिरा ने ट्वीट किया,‘‘मैं आशा देवी का दर्द पूरी तरह से समझ सकती हूं। मगर मैं उनसे अपील करती हूं कि वे सोनिया गांधी का अनुसरण करें, जिन्होंने नलिनी (पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की दोषी) को माफ कर दिया। वे उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहतीं। हम सभी आपके साथ हैं, लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं।’’
पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की दोषी नलिनी

नलिनी 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की साजिश में शामिल होने की दोषी है। उसे मौत की सजा दी गई थी, जिसे बाद में सोनिया गांधी ने माफ कर दिया था। शुक्रवार कोआशा देवी ने दोषियों कीफांसी में हो रही देरी को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहाकि जो मुजरिम चाहते थे, वही हो रहा है। तारीख पर तारीख मिल रही है। हमारा सिस्टम ही ऐसा हो चुका है, जिसमें दोषी की ही बात सुनी जाती है।
दिल्ली केपटियाला हाउस कोर्ट ने 7 जनवरी को निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाए जाने का डेथ वॉरंट दिया था। 17 जनवरी को नया डेथ वॉरंट जारी किया गया, जिसमें एक फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी देने का आदेश दिया गया।