मध्यप्रदेश के एक कांग्रेस विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि सरकार को चुनावी घोषणापत्र में किए वादों को पूरा करना चाहिए। इस विधायक का नाम मुन्नालाल गोयल है। वह भोपाल में राज्य विधानसभा के बाहर अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं।मुन्नालाल गोयल ने कहा, ‘यह हमारे चुनाव घोषणा पत्र में किए गए वादों की याद दिलाने के लिए है। मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें उनसे वादों को पूरा करने के लिए कहा लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसी कारण मैं यहां धरने पर बैठा हूं।’ यह पहली बार नहीं है जब कमलनाथ सरकार का विरोध हो रहा है।
इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह सरकार के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। 19 सितंबर, 2019 को लक्ष्मण सिंह ने भोपाल में कहा था, ‘हम राज्य में किसानों से किया कर्जमाफी का वादा पूरा करने में सफल नहीं रहे हैं। राहुल गांधी को किसानों से माफी मांगनी चाहिए और उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि कर्जमाफी में कितना समय लगेगा। इससे उन किसानों के बीच अच्छा संदेश जाएगा जो नाराज हैं।’
वहीं 11 अक्तूबर, 2019 को भिंड में लोगों को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा था, ‘किसानों का कर्ज पूरी तरह से माफ नहीं किया गया है। केवल 50 हजार रुपये का कर्ज माफ किया गया है जबकि हमने कहा था कि दो लाख तक का कर्ज माफ किया जाएगा। दो लाख रुपये तक के कर्ज को माफ किया जाना चाहिए।’
