भारत और चीन के कमांडरों के बीच बैठक में तय हुआ है कि तनाव कम करने के लिए दोनों देश अपनी सेनाएं बैच में हटाएंगे। चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि दोनों देशों के लेफ्टिनेंट जनरल ने मंगलवार को करीब 12 घंटे चली बैठक में यह फैसला लिया गया था।
शुक्रवार को रक्षामंत्री और आर्मी चीफ लेह जाएंगे
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे शुक्रवार को लेह जाएंगे। वहां पर वे पूर्वी लद्दाख में सुरक्षा हालातों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान रक्षा मंत्री सेना के बड़े अफसरों के साथ हाई लेवल मीटिंग भी कर सकते हैं। पूर्वी लद्दाख में पिछले सात हफ्तों से भारत और चीन की सेना कई जगहों पर टकराव की स्थिति में है।

मंगलवार को हुई मीटिंग में भारत की ओर से 14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरमिंदर सिंह और चीन की ओर से तिब्बत मिलिट्री के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन शामिल हुए थे।
धीरे-धीरे ही घटाया जा सकता है तनाव
- इस बैठक में कहा गया कि एलएसी पर तनाव घटाने की प्रक्रिया कठिन है। इस समय मनगढ़ंत और फर्जी रिपोर्टों से बचना चाहिए।
- मंगलवार को हुई बातचीत में दोनों देशों ने 6 जून को पहली बार कमांडर लेवल की बातचीत में बनी आपसी समझ को लागू करने की बात कही।
- सूत्रों के मुताबिक, बातचीत से एलएसी पर तनाव कम करने की दोनों तरफ से सकारात्मक रूख आया है। दोनों देशों में मिलिट्री और डिप्लोमैटिक लेवल पर भी बातचीत हो सकती हैं।
- यह सीनियर मिलिट्री कमांडर लेवल की तीसरी बैठक है, इसमें दोनों पक्षों ने जोर दिया कि एक कई फेज की बातचीत के जरिए धीरे-धीरे ही तनाव घटाया जा सकता है।
भारत-चीन सीमा पर सैनिकों को हटाने के लिए सहमत- ग्लोबल टाइम्स
ग्लोबल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मंगलवार को कमांडर लेवल की बातचीत में दोनों देशों ने स्पष्ट रूप से अपनी बात कही। इस दौरान आपसी विश्वास बढ़ाने, मतभेदों को दूर करने, एलएसी से सैनिकों को टुकड़ों में हटाने और हालात सामान्य बनाने पर सहमति बनी।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा- अब यह जरूरी है कि भारत को चीन से खुद बढ़कर मिलना चाहिए। बॉर्डर पर सैनिकों के एक्शन पर सख्ती से लगाम लगानी चाहिए। कट्टरपंथी कदम नहीं उठाने चाहिए और भारत-चीन के सीमा क्षेत्रों में शांति की रक्षा करनी चाहिए। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने बुधवार को कहा कि भारत और चीन ने कमांडर लेवर की बातचीत के जरिए हालतों को सामान्य बानाने में अच्छी प्रगति की है।