- सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही से भागे, पुलिस कर रही है सभी की तलाश.
- इस मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने आइसोलेशन वार्ड की सुरक्षा बढ़ाई.
दौसा और सवाई माधोपुर के आइसोलेशन सेंटरों से सोमवार को 11 संदिग्ध भाग गए। इनमें 10 तो दौसा के मीणा छात्रावास के आइसोलेशन वार्ड से भागे। दौसा से भागे दो संदिग्ध रात तक खुद ही लौट आए। सवाईमाधोपुर के जनरल अस्पताल में भर्ती सूरवाल गांव का संदिग्ध भी भाग कर गांव पहुंच गया, जिसे तुरंत पीछा कर पकड़ लिया। दौसा के 10 में से 8 अभी गायब है। हुआ यह कि दौसा के मीणा छात्रावास में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड से सोमवार को 10 कोरोना संदिग्ध अचानक भाग गए। पता चलने पर हड़कंप मच गया। छात्रावास के गेट पर छह होमगार्ड के जवान तैनात हैं।
वहीं, पांच चिकित्साकर्मी डयूटी पर रहते हैं। आइसोलेशन वार्ड का चैनल गेट भी बंद रहता है। बाहरी व्यक्ति का प्रवेश पूरी तरह वर्जित है, लेकिन वार्ड में भर्ती रिंकू, नरसी, कृष्ण कुमार, राहुल, कमलेश, सोदान, मीठालाल, मथुरेश, इंद्राज व विनोद कुमार गार्डों को चकमा देकर वार्ड में से भाग गए। इससे जिन मरीजों के सैंपल की रिपोर्ट नहीं आई, उनसे आबादी में संक्रमण का खतरा और बढ़ गया। बाद में कमलेश व इंदर राज वापस आ गए।
अन्य को भी वापस लाने के लिए विभाग के अधिकारी व कर्मचारी देर रात तक प्रयास करते रहे। संदिग्धों के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश में जुटे रहे। इनमें रिंकू, नरसी, कृष्ण कुमार व विनोद कुमार के सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। शेष छह की रिपोर्ट अभी नहीं आई। जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. सी. एल. मीणा का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही से संदिग्ध भागे हैं। जो नहीं लौटे हैं, उनको वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आइसोलेशन वार्ड की सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी।
