- जयपुर में मंगलवार शाम को यूनिक अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-103 में मां-बेटे (श्वेता-श्रीयम) की हत्या हुई थी
- पुलिस सूत्रों के मुताबिक- पति रोहित ने ही रची थी हत्या की साजिश, हत्यारे को पैसे का लालच दिया था.
शहर के बहुचर्चित मां श्वेता और उनके डेढ़ साल के बेटे श्रीयम हत्याकांड मामले में जयपुर पुलिस शुक्रवार को खुलासा करेगी। पुलिस श्वेता के पति रोहित को पिछले तीन दिन से हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। पूछताछ से निकले तथ्य और साइबर सेल की मदद से पुलिस ने उस युवक को धरदबोचा है, जो कि लगातार श्वेता-श्रीयम की हत्या के बाद श्वेता के मोबाइल फोन की सिम से फिरौती की रकम मांगने के लिए रोहित को मैसेज भेज रहा था। उसने रोहित की साजिश के मुताबिक ही पूरी वारदात को अंजाम दिया था।
परिचित से करवाई थी हत्या
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रोहित ने अपने परिचित के साले सौरभ उर्फ राजसिंह के मार्फत पत्नी श्वेता और बेटे श्रीयम की हत्या करवाई थी। हत्यारोपी सौरभ भरतपुर का रहने वाला है और रोहित ने हत्या के एवज में उसे पैसों का लालच दिया था। जयपुर से पहले रोहित तिवारी की उदयपुर में पोस्टिंग थी। वहीं पर हरि नाम के व्यक्ति से रोहित की जान-पहचान हुई थी। सौरभ, हरि का साला था। ऐसे में हरि ने ही सौरभ की मुलाकात रोहित से करवाई थी।

फिर जयपुर में रोहित-सौरभ की हुई मुलाकात
इसके बाद रोहित का जयपुर में ट्रांसफर हो गया। सौरभ भी जयपुर में ही छोटा-मोटा काम करता था। रोहित का पत्नी से मनमुटाव बढ़ता जा रहा था। श्वेता के पिता ने भी पुलिस को बताया था कि 5 जनवरी को भी दोनों (श्वेता-रोहित) के बीच मारपीट हुई थी। इस दौरान रोहित ने पत्नी को मारने की धमकी भी दी थी। रोहित ने डबल मर्डर की साजिश रची और लालच देकर सौरभ को इसमें मोहरा बनाया।
संदेह के घेरे में शुरू से था पति रोहित
इस डबल मर्डर में शुरुआत से ही पुलिस का रोहित पर संदेह बना हुआ था। लेकिन हत्या की वारदात के वक्त उसकी लोकेशन उनके जयपुर एयरपोर्ट स्थित आईओसीएल ऑफिस में ही आ रही थी। इसी तरह, हत्या के बाद ही उसका अपने फ्लैट पर आना पाया गया। लेकिन बुधवार दोपहर को श्रीयम का शव मिलने के बाद भी रोहित के मोबाइल फोन पर फिरौती के लिए मैसेज आना पुलिस को चौंकाने वाली बात लगी।
हत्या के बाद सांगानेर से फोन खरीदकर श्वेता के मोबाइल की सिम डाली थी
ऐसे में पुलिस का संदेह गहरा गया कि इस डबल मर्डर में रोहित के अलावा कोई और अन्य व्यक्ति भी शामिल है, जो कि परिचित है। पुलिस पड़ताल में बच्चे का शव मिलने के बाद यह भी साफ हो गया कि हत्यारे ने वारदात के बाद सांगानेर में एक दुकान से सस्ता मोबाइल फोन खरीदा। अपहरण और फिरौती का मामला दिखाने के लिए नए मोबाइल फोन में श्वेता के मोबाइल की सिम लगाकर रोहित के मोबाइल फोन पर योजना के मुताबिक अपहरण और फिरौती के लिए मैसेज किए गए।
गुमराह करने के लिए करता रहा अपहरण व फिरौती के मैसेज
पुलिस के लिए बड़ा सवाल यह था कि किसी अनजान व्यक्ति के पास रोहित का मोबाइल नंबर कैसे पहुंचा? और क्या वह पुलिस को गुमराह करने के लिए अपहरण और फिरौती के मैसेज कर रहा है? आखिरकार मैसेज करने वाले सौरभ के गिरफ्त में आते ही डबल मर्डर मिस्ट्री की सारी परतें पुलिस ने देर रात साफ कर दी। सौरभ ने श्वेता और श्रीयम की हत्या से जुड़ी कईं अहम जानकारी पुलिस को दी।
मां-बेटे की हत्या का पूरा मामला?
जयपुर के यूनिक अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 103 में रहने वाले आईओसीएल के सीनियर मैनेजर रोहित तिवारी की पत्नी श्वेता की हत्या मंगलवार शाम को कर दी थी। उनके बेटे श्रीयम को भी अगवा किया गया। जिसकी लाश बुधवार दोपहर 3 बजे अपार्टमेंट के पीछे जंगल में झाड़ियों के बीच मिली। इसी बीच मंगलवार शाम को पत्नी की हत्या की खबर मिलने पर जयपुर एयरपोर्ट पर अपने ऑफिस में मौजूद रोहित फ्लैट पर पहुंचे।
इसके बाद रोहित के मोबाइल फोन पर श्वेता के मोबाइल नंबरों से एक मैसेज आया। जिसमें अगवा किए उनके बेटे श्रीयम को छोड़ने की एवज में 30 लाख रुपए की डिमांड की गई। घटना के बाद श्वेता के परिजनों ने दामाद रोहित पर ही हत्या का आरोप लगाया।