आज हम सभी के दिमाग को सिर्फ एक शब्द ने बांध लिया है, वो शब्द है – कोरोना। आज हम सब अपने घर में हैं, हमारे पास अपनो के लिए समय है, वर्क लोड कम है, मगर फिर भी खुश नहीं है, संतुष्ट नहीं है. बाहर की खबर सुन कर डरे हुए है, जिसके चलते मानसिक बीमारी एक नई चुनौती बन रही है।
इसलिए हमें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए, और अपने परिवार को भी मजबूत करना चाहिए।
लॉक डाउन में हम मानसिक रूप से कैसे फिट और खुश रह सकते हैं, इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। मनोचिकित्सा अनुसार आपके लिए कुछ जरुरी सलाह, जिनको मानने से आपका मन रचनात्मक हो जाएगा।

- कोरोना से जुड़ी ज्यादा खबरें ना देखे ना सुने, आपको जितनी जानकारी चाहिए आप पहले से ही जान चुके हैं।
- कहीं से भी अधिक जानकारी एकत्र करने का प्रयास छोड़ें क्योंकि ये आपकी मानसिक स्तिथि को और ज्यादा कमजोर ही करेगा।
- दूसरों को वायरस से संबंधित सलाह ना दें क्योंकि सभी व्यक्तियों की मानसिक क्षमता एक सी नहीं होती, कुछ डिप्रेशन अर्थात अवसाद का शिकार हो सकते हैं।
- जितना संभव हो संगीत सुनें, अध्यात्म, भजन आदि भी सुन सकते है, बच्चों के साथ बोर्ड गेम खेलें, परिवार के साथ बैठकर आने वाले वर्षों के लिए प्रोग्राम बनाएं।
- अपने हाथों को नियमित अंतराल पर अच्छे से धोएं, सभी वस्तुएं की सफाई भी करें, किसी भी नव आगंतुक को 1 मीटर दूर से मिले।
- आपकी नकारात्मक सोच-विचार की प्रवृति डिप्रेशन बढ़ाएगी और वायरस से लड़ने की क्षमता कम करेगी दूसरी और सकारात्मक सोच आपको शरीर और मानसिक रूप से मजबूत बनाकर किसी भी स्तिथि या बीमारी से लड़ने में सक्षम बनाएगी।
- अत्यंत आवश्यक … विश्वास दृढ़ रखें कि ये समय शीघ्र ही निकलने वाला है और आप हमेशा स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे।
सकारात्मक रहें -स्वस्थ रहें।
परामर्श – Dr. Bharti lahoria – Consultant Clinical Psychologist, Indore (MP)