भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को नागकरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) पर विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए इस कानून की भगवान कृष्ण और विपक्ष की कंस से तुलना की। बता दें कि विपक्ष सीएए को भेदभावपूर्ण बताकर इसके खिलाफ विरोध कर रहा है। साथ ही इसे भारतीय संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ बता रहा है।
दूसरी ओर, केंद्र ने यह सुनिश्चित किया है कि कानून किसी भी मौजूदा नागरिक को प्रभावित नहीं करेगा। इस कानून में 31 अक्टूबर तक उत्पीड़न के कारण भारत आए पाकिस्तान बांग्लादेश और अफ्गानिस्तान के धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रवाधान है। यह कानून संसद में पिछले महीने दिसंबर में पास हुआ था।
विजयवर्गीय ने एक ट्वीट में नए कानून को देवकी के आठवां बेटा और विपक्ष की उनके भाई कंस से की तुलना की। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘सीएए, एनआरसी न हुआ… देवकी का आठवां पुत्र हो गया! पैदा होने से पहले ही कंस को अंत नजर आने लगा!’
