नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देश में काफी बवाल मचा। अभी भी कई जगह इंटरनेट सेवा बंद है। वहीं, इसी बीच सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इस दौरान विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन पर सवाल उठाए है। CAA को लेकर देशभर में हुए प्रदर्शनों के दौरान हुई तोड़फोड़ को लेकर बोलते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि नेता वे नहीं हैं जो हिंसा करने वाले लोगों का साथ देते हैं। छात्र विश्वविद्यालयों से निकलकर हिंसा पर उतर गए, लेकिन हिंसा भड़काना नेतृत्व करना नहीं है।
रावत दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। तब उन्होंने कहा कि नेता वे नहीं है जो लोगों को अनुचित मार्ग दिखाए। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने देखा कि कैसे बड़ी संख्या में छात्र कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से निकलकर आगजनी और हिंसा करने के लिए लोगों और भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे। हिंसा को भड़काना किसी तरह का कोई नेतृत्व नहीं कहलाता है।