Indore Cat Show खूबसूरत बिल्लियां जिनके अपने अंदाज और अपने नखरे। अलीशा कौसर की पर्शियन डॉलफेस कैट जून को कपड़े और एसेसरीज बहुत पसंद है। चाहे जब इसे सजा दो यह खुश रहती है। इंदौर के मयंक तलरेजा का रोमियो (पर्शियन टक्सिडो) मस्ती करने का शौकीन है। परिवार के व्यक्ति ही नहीं बल्कि डॉग के साथ भी दोस्ती कर चुका है। मोहम्मद हारून की बंगाल टायगर कैट फतेह 4 कैट शो जीत चुकी है इसे इंसानों के साथ खेलना बहुत अच्छा लगता है।
बिल्ली और टाइगर दोनों के रूप व गुणों के मिले-जुले अंदाज वाली ढाई लाख कीमत की इस फतेह को चिकन से ज्यादा इसे मीट पसंद है। ऐसी ही कई खूबसूरत, अलहदा और खूबियां लिए हुए बिल्लियों का शो शहर में रविवार को आयोजित हुआ।
फिलाइन क्लब ऑफ इंदौर द्वारा यह कैट शो आयोजित किया गया जिसमें 20 नस्ल की करीब 100 बिल्लियां शामिल हुई थी। इंदौर के अलावा उज्जैन, देवास, भोपाल और महाराष्ट्र से कैट लवर अपनी बिल्लियों को यहां लेकर आए थे।

इस शो में जर्मन, पर्शियन, ब्रिटेन, युनाइटेड स्टेट, बांग्लादेश और भारत की बिल्लियां शामिल थीं। संस्था के अजय जैन और मनीष गर्ग बताया कि इस शो का उद्देश्य लोगों को बिल्लियों की नस्ल, उनके रखरखाव के बारे में जागरूक करना है। यह जानकारी बैंगलुरु के पेट बायोटिक उत्पल टाटू और महू वेटरनरी कॉलेज के डॉ. हेमंत मेहता ने दी। शो में बिल्लियों को उनकी नस्ल, कद-काठी और सेहत के अनुसार बच्चे और वयस्क कैटेगरी में विजेता चुना गया।
बिल्लियों को नहीं पसंद है दूध
डॉ. हेमंत मेहता और उत्तल टाटू ने बिल्लियों की देखभाल और उसके स्वभाव के बारे में जानकारियां साजा की। जिसके तहत उन्होंने बताया कि बससे बड़ा भ्रम यही है कि बिल्लियों को दूध बहुत पसंद है। जबकि यह सही नहीं है। भूख लगने पर उसे सामने जो भी जल्दी खा लेने वाला पदार्थ नजर आता है वह उसे खा लेती है। मूल रूप से बिल्ली मासाहार ही पसंद करती है और यदि चिकन, मीट या अंडा नहीं दिया जाए तो बाजार में मिलने वाला कैट फूड खाने में इनकी रूचि होती है।
भारतीय बिल्लियां भी नजर आईं शो में
मो. अनवर अंसारी तीन भारतीय बिल्लियां लेकर आए थे जो कि दिखने में बेहद खूबसूरत और अलहदा थीं। मो. अनवर बताते हैं कि इन तीनों बिल्लियों में से टाइग्रेस बिल्ली बहुत ज्यादा एक्टिव और मजबूत है। यह बिल्ली अन्य दो बिल्लियों की अपेक्षा परिवार के सभी सदस्यों से ज्यादा लगाव रखती है।
यामिनी गोलांडे पर्शियन कैट लेकर यहां आई थी। बताती हैं कि उनकी रियो नाम की ये बिल्ली तय स्थान पर ही खाना खाती हैं और तय स्थान पर ही सुसु करती है। इसे जबरदस्ती कुछ खिलाया नहीं जा सकता। यह वही खाती है जो इसे पसंद है।
कैट लवर्स को विशेषज्ञों की सलाह
* बिल्ली के बच्चों को जरूर दूध पसंद है लेकिन वे भी मां का दूध पीना ही पसंद करते हैं।
* बिल्ली को जब भी मीट या चिकन दें उसे उबालकर ही दें। इससे उन्हें इनफेक्शन नहीं होगा।
* बिल्ली को रोज नहाना पसंद नहीं।
* बिल्ली कुत्तों की तरह नहीं होती इसलिए वह अपनी ही धुन में रहती आप इन्हें अपने साख खिलाने की जबरदस्ती नहीं करें।
* यदि आप बिल्ली को कोई एसेसरीज पहना रहे हैं तो भी जबरदस्ती नहीं करें।
* बिल्लियां अपनी सफाई खुद रखती हैं उन्हें रोजाना नहलाना आवश्यक नहीं।
* हर दो-तीन माह में वेटरनरी डॉक्टर को दिखाएं क्योंकि इनमें बीमारी जल्दी लगती हैं।
* कुत्तों का खाना और दवाई इन्हें न दें।
* जन्म के 65 वें दिन से इन्हें टीके लगावाना शुरू कर दें।
ये बिल्लियां रही आकर्षण का केंद्र
* जर्मनी की क्लासिक लॉन्ग हेयर कैट
* जर्मनी की एक्जॉटिक शॉट कोट
* ब्रिटेन की ब्रिटिश शॉट कोट
* युनाइटेड स्टेंट की मेनकून
* बांग्लादेश की बैंगॉल टाइगर कैट
* बांग्लादेश की मेलेन स्टीक बैंगॉल
* बांग्लादेश की रेसीडेंट बैगॉल
* हिमालयीन केट
* इंडीमाऊ
* पर्शियन कैट में एक्स्ट्रीम पंच, कैलीको, पर्शियन किटी, रेड टेबी पर्शियन डॉल फेस, क्लासिक लॉन्ग हेयर