कोरोना की वजह से पलायन कर रहे मजदूरों की मौतें थम नहीं रही हैं। दिल्ली से बिहार के पूर्वी चंपारण लौट रहे एक मजदूर की सगीर अंसारी (26) की शनिवार को लखनऊ में कार की चपेट में आने से मौत हो गई। वह 5 मई को दिल्ली से अपने 6 साथियों के साथ बिहार रवाना हुआ था। दिल्ली से पूर्वी चंपारण की दूरी करीब एक हजार किलोमीटर है। पुलिस ने इस मामले में अनजान व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
पांच दिन के सफर के बाद ये मजदूर शनिवार को लखनऊ पहुंचा था। यहां वे सड़क के डिवाइडर पर बैठकर खाना खा रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार कार ने डिवाइडर तोड़ते हुए सगीर को टक्कर मार दी। दूसरे मजदूर तुरंत अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
एंबुलेंस से शव भेजने की व्यवस्था की गई
डिवाइडर पर लगे एक पेड़ से कार के टकराने की वजह से दूसरे मजदूरों की जान बच गई। सगीर के साथ लौट रहे अन्य मजदूर भी पूर्वी चंपारण के थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कार ड्राइवर ने हादसे के बाद उन्हें मुआवजे की पेशकश भी की। हालांकि, बाद में मजदूर इस बात से पलट गए। एक स्थानीय स्वयंसेवी संगठन और कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने सगीर का शव उसके गांव भेजने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की।

कोरोना ड्यूटी में लगे शिक्षक की सड़क हादसे में मौत
उधर, कोरोना के सर्वे में लगे एक स्कूल शिक्षक साजिद अख्तर (30) की मुंबई के विक्रोली में सड़क हादसे में मौत हो गई। वे ठाणे के मुंब्रा के रहने वाले थे। ठाणे नगर निगम के प्रवक्ता ने कहा शिक्षक अपनी ड्यूटी करने के बाद रविवार को कुर्ला स्थित अपने घर लौट रहे थे। रास्ते में वे सड़क हादसे के शिकार हो गए।
tadalafil: http://tadalafilonline20.com/ generic tadalafil 40 mg