एक तरफ जहां पूरे देश में प्याज के भाव आसमान पर पहुंच रहे हैं ,वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में अलवर जिले के एक किसान ने अपने खेत में पैदा हुए प्याज को बेचकर तीन लाख रुपये की रकम गोशाला को दान में दे दी। इस किसान ने गरीबों को 50 किलो प्याज मुफ्त में वितरित किया।
अलवर जिले के मस्ताबाद गांव निवासी किसान बबलू चौधरी के खेत में इस बार प्याज की अच्छी फसल हुई। प्याज की अच्छी पैदावार हुई तो उसे दाम भी अच्छे मिले। इसे गोमाता की कृपा मानकर गोभक्त किसान बबलू चौधरी ने तीन लाख रुपये मस्ताबाद गांव की गोशाला को दान में दी। बबलू चौधरी का कहना है कि पिछले साल यह हालात थे कि मेरे जैसे सैकड़ों किसानों को एक से दो रुपये किलो में प्याज बेचना पड़ा था, एक समय तो ऐसा आया था कि घर में बने गोदाम में जब प्याज खराब होने लगा था तो सड़कों पर इसे फेंक दिया था।
पिछले साल के अनुभव को देखते हुए किसानों ने प्याज की फसल पर कम ध्यान दिया, लेकिन मैंने यह सोचकर प्याज की फसल बोई कि यदि इस बार अच्छी आमदनी हुई तो मैं तीन लाख रुपये गोशाला को दान करूंगा। गोमाता की कृपा हुई और अच्छी फसल हुई, आमदनी भी पिछले पांच साल में सबसे अधिक हुई। किसान बबलू चौधरी के साथ ही रामगढ़ मंडी के व्यापारी जितेंद्र सैनी और सौरभ कालरा ने भी दो लाख रुपये की रकम गोशाला को दान में दी। उन्होंने यह रकम प्याज बेचकर कमाई थी।

उल्लेखनीय है कि इस बार नासिक और दक्षिण भारत के इलाकों में प्याज की फसल खराब होने का फायदा राजस्थान के किसानों एवं व्यापारियों को मिला है। अलवर जिले के किसानों ने दिल्ली और हरियाणा में प्याज बेचकर पिछले कई साल का घाटा पूरा किया है।