लोकसभा में शुक्रवार को बजट सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। दरअसल, लोकसभा में राहुल गांधी ने वायनाड को लेकर सवाल पूछा था। इसके बाद जवाब देने के लिए खड़े हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा- इससे पहले कि राहुल गांधी के प्रश्न का उत्तर दिया जाए, उन्हें बिना शर्त सदन में माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, “पूरे सदन को एक स्वर में प्रधानमंत्री के खिलाफ उनकी भाषा की निंदा करनी चाहिए।”
इस बात को लेकर भाजपा और कांग्रेस के सदस्य आपस में भिड़ गए। बता दें कि संसद में 1 फरवरी से बजट सत्र शुरू हुआ है। पहले सत्र का समापन 11 फरवरी को होगा। इसके बाद अगला सत्र 2 मार्च से शुरू होगा जो कि 3 अप्रैल तक चलेगा।
कांग्रेस-भाजपा के नेता माफी की बात पर आपस में भिड़ गए

भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा- केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन भाषण में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री मोदी पर दिए गए बयान की निंदा कर रहे थे, इसी दौरान कांग्रेस सांसद मानिक टैगोर उनकी ओर दौड़ पड़े। लोकतंत्र के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण। हालांकि, राहुल गांधी ने कहा- सदन में हमें बोलने नहीं दिया गया। उन्होंने कांग्रेस सांसद द्वारा हमला किए जाने की बात से भी इनकार किया।
कांग्रेस सांसद ने हमला नहीं किया- राहुल गांधी
सदन में हुए घटनाक्रम पर राहुल गांधी ने कहा- वायनाड में मेडिकल कॉलेज नहीं है। मैं यह मुद्दा उठाना चाहता था। यदि मैं बोलता तो निश्चित रूप से भाजपा इस मुद्दे को नापसंद करती। यही वजह रही कि हमें सदन में बोलने नहीं दिया गया। आप विजुअल देखिए। कांग्रेस सांसद मानिक टैगोर ने किसी पर भी हमला नहीं किया बल्कि उन पर हमला किया गया।
राहुल ने कहा था- मोदी छह महीने बाद बाहर नहीं जा पाएंगे
दरअसल, राहुल गांधी ने हाल ही में पुरानी दिल्ली के हौज काजी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि मोदी अगले छह महीनों में अपने घर से बाहर नहीं जा पाएंगे। राहुल ने कहा था, “नरेंद्र मोदी, जो भाषण दे रहे हैं, वह अगले छह महीनों में अपने सदन से बाहर नहीं जा पाएंगे। भारत के युवा उन्हें डंडे मारेंगे।”